इन दिनों, कर्मचारियों को काम पर रखना इतना आसान हो गया है कि अक्सर प्रक्रिया के कई चरणों में कर्मचारी ही खुद शामिल नहीं होते हैं।
कंपनियां ऑटोमेशन(संचालित) सॉफ्टवेयर का उपयोग करके, बायोडाटा पर भरोसा करके या बीच के रिक्रूटर्स(नियुक्ति कर्ता ) के भरोसे चयन करती हैं।
जो कर्मचारी से खुद बहुत दूर होते हैं।
अपनी कंपनी के लिए उपयुक्त व्यक्ति का चयन करना नेताओं व मालिकों के लिए सबसे बड़ी चुनौती और चिंताओं में से एक है।
जबकि आज के समय में बड़े-बड़े अच्छे लगने वाले शब्दों और वाक्यों के भरोसे चयन की प्रक्रिया चल रही है। जिसपर भरोसा करते हुए कोई भी सही व्यक्ति कैसे पा सकता है? निश्चित रूप से इससे समय की बचत तो हो सकती है लेकिन किसी विशेष नौकरी के लिए सही व्यक्ति को काम पर रखने की संभावना ना के बराबर है।
हम जयपुर रग्स में सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की कंपनी अपने चयन की प्रक्रियाओं में एक भावुक और समर्पित लोगों की नियुक्ति कर कंपनी के आधार को और भी मजबूत बनाये। जिनकी सहमति हो और वे पूर्ण रूप से विश्वास रखते हों आपके संगठन के लक्ष्यों में। और ये मानवीय सम्बन्ध बनाये बिना लगभग असंभव प्रतीत होगा।
विशेष कौशल और अनुभव होना, निश्चित रूप से, महत्वपूर्ण है। जबकि, व्यक्ति का व्यवहार और काम करने का जुनून किसी भी योग्यता से कहीं बेहतर संकेत हैं। लोगों का साक्षात्कार करते समय, उनसे बातचीत करते हुए मैं व्यक्ति के काम और अनुभव पर कम और व्यक्ति की सीखने की इच्छा पर अधिक ध्यान केंद्रित करता हूं। क्योंकि मेरा मानना है कौशल को हमेशा सिखाया जा सकता है, लेकिन जुनून एक ऐसी चीज है जो किसी के भीतर व्याप्त है।
इसलिए, अगर मैं किसी ऐसे व्यक्ति से मिलता हूं, जिसके पास कम अनुभव है, लेकिन वो व्यक्ति भावुक है, मेहनती है और उसमे सीखने की भूख है, तो मैं उस व्यक्ति को काम पर रखने के लिए अधिक इक्षुक होता हूं। क्योंकि मुझे पता है कि वे कड़ी मेहनत करेंगे और काम करने के लिए एक निश्चित दृष्टिकोण लाएंगे और उनका ये व्यवहार दूसरों को प्रेरित भी करेगा ।
मैं मेरे संगठन जयपुर रग्स में काम करते समय लोगों को विकल्प देने में विश्वास करता हूं। आसान शब्दों में कहें तो, यदि कोई व्यक्ति किसी विशेष काम को करने के लिए नियुक्त किया गया है और अपनी उस स्थिति में ना खुश है, तो मैं चाहता हूं कि वे अपने प्रबंधक को बिना संकोच किये ये बात बताये और अपने कार्य प्रणाली को बदले जिसके लिए वह कंपनी में स्वतंत्र है। जब आप अपने काम के बारे में भावुक होते हैं, तो आपको सफल होने और ऊंचाइयों को छूने से कोई नहीं रोक सकता।
जयपुर रग्स में हमारे पास ऐसी स्थितियां हैं जिनमें लोगों को जिस काम के लिए रखा गया था उन्होंने वहां से पूरी तरह से अपना स्थान बदल दिया। जिसके परिणाम आश्चर्यजनक आये क्योंकि लोगों ने अपनी उन प्रतिभाओं और कौशल की खोज की जिसके बारे में उन्हें भी नहीं पता था कि उनके पास है। इनमें से कुछ लोग प्रमुख विभागों में चले गए हैं।
लोगों को समझने और उन्हें मौका देने के लिए कि उनकी इच्छा क्या है, सबसे अच्छे कर्मचारियों के रूप का परिणाम है। क्योंकि वे स्वयं को मूल्यवान और विश्वसनीय महसूस करते हैं।
स्वाति कहती हैं, “मैंने मेरे जीवन में शिक्षण के लिए बहुत सी ठोकर खाए हैं, इसलिए किसी को कुछ सिखाने के लिए उसे सक्षम बनाने के लिए मैं सदैव तत्पर हूँ, जो मेरे अंदर इन लोगों के साथ स्वाभाविक रूप से खुद आगे आने लगा। आज मैं जयपुर में रग्स के लिए लीडरशिप एंड ट्रेनिंग डिपार्टमेंट का प्रमुख हूं।”
जमीनी स्तर से मुख्य कार्यालय तक कारीगरों की बातों को पहुंचाने में स्वाति की वर्षों से महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बुनकर सखी, वीवर इंगेजमेंट प्रोग्राम और लीडरशिप जैसी कई महत्वपूर्ण पहलों को उनके काम के माध्यम से लागू किया गया है।
वर्तमान में हमारे कई डिज़ाइनर ऐसे हैं जिन्होंने अपनी शुरुआत जमीनी स्तर पे गलीचे की बुनाई से की थी। इनके पास बाहरी अनुभव या डिज़ाइन कि कोई डिग्री नहीं थी। हमने जो इन कलाकारों को गलीचा निर्माण के डिजाइन के अलग अलग पहलू पर काम करने का अवसर दिया तब उन्होंने भी अपनी काबिलियत साबित की जिनमे उनकी कुछ डिजाइनों ने तो अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते हैं।
ऊपर की तस्वीर को देखें तो, इसमें जर्मनी की उड़ान भरते हुए विमला देवी ने अपने गलीचा, ‘कमल’ के लिए 2018 में जर्मन डिज़ाइन अवार्ड प्राप्त किया था।
जयपुर रग्स में, प्रत्येक व्यक्ति को यह पता लगाने और समझने का अवसर मिलता है कि उनका असली उद्देश्य क्या और कहाँ है जिसे वह संगठन के उद्देश्य के साथ लेकर चल सकते हैं और यह भी तभी संभव है क्योंकि हमारे पास कुछ सबसे अधिक भावुक और समर्पित कर्मचारी हैं।